Bal kavita

शनिवार, 23 फ़रवरी 2019

होली -- जंगल की अनोखी होली



जंगल में होली

उड़े जंगल में रंग देखो  होली का।
देखो प्यारा तमाशा हमजोली का।

बंदर  ले   पिचकारी   आया
भालू पर  सब रंग  बरसाया
एक   रंगीला   चीता  आया
रंग गुलाल  गोरिल्ला  लाया

मजा देखो ये हिरणों की टोली का
उड़े जंगल में रंग देखो  होली का।
देखो प्यारा तमाशा हमजोली का।

हाथी राजा  झूम के  आए
सूड़ से अपने  रंग बरसाए
बाघ सियार भेड़िया  धाये
लेकिन रंग से बच ना पाए

नशा छाया है  भांग की गोली का
उड़े जंगल में रंग देखो  होली का।
देखो प्यारा तमाशा हमजोली का।

भालू  करता   ता-ता  थइया
साथ  में  नाचे  बंदर   भइया
कोयल निकली बड़ी गवइया
नाचे  मोर  आम  की  छइयां

बज रहा ढोल ढम ढम ढम ढोली का
उड़े जंगल में रंग देखो  होली का।
देखो प्यारा तमाशा हमजोली का।

हरिशंकर पांडेय "सुमित"

     

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