प्यारे चंदा मामा
छोटी बच्ची चंदा मामा से पूंछती है-----
चंदा मामा चंदा मामा
मुझको यह बतलाओ।
क्या तुम कोई जादूगर हो
मुझको यह समझाओ?
पहले कुछ दिन घटते जाते
फिर तुम क्यों गायब हो जाते?
रात अंधेरी क्यों कर जाते
कहाॅ॑ चाॅ॑दनी को ले जाते?
छोटे बनकर फिर तुम आते
रोज - रोज तुम बढ़ते जाते।
फिर बन जाते गोल मटोल
चमक चाॅ॑दनी की अनमोल।
यह सुन चंदा मामा बोले,
राज जादुई फिर वो खोले।
मुझे रोशनी सूरज देता,
उसे चाॅ॑दनी मैं कर लेता।
जितनी मुझे रोशनी मिलती,
उतनी मेरी काया दिखती।
छोटी बच्ची:---
कभी न हिम्मत हारे मामा।
लगते सबसे न्यारे मामा।
सबसे बड़े सितारे मामा।
सब बच्चों के प्यारे मामा।
हरिशंकर पाण्डेय "सुमित"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें